पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के एक दिन पहले सरकार ने सुरक्षा वापस ले ली थी.
पंजाब के लोकप्रिय गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की रविवार को हत्या कर दी गई। मानसा में उनके वाहन पर 30 से अधिक राउंड फायरिंग की गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुसेवाला अपने दोनों कमांडो को साथ लिए बिना ही निकल गए और अपनी बुलेटप्रूफ गाड़ी भी साथ नहीं ले गए थे.
पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ होने की बात कही थी। कनाडा के लकी ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली है। पुलिस को शक है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए गेंगवर जिम्मेदार है। विक्की मुद्दुखेरा की 2021 में हत्या कर दी गई थी। विक्की की हत्या की पूछताछ में एक नामी सिंगर के मैनेजर शामिल होने की बात आयी थी उस मैनेजर को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला से जोड़ा जा रहा था और इसके अनुसार अगर बात माने तो विक्की की हत्या में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला शामिल था.
हत्याकांड की जानकारी देते हुए पंजाब के डीजीपी ने बताया कि घर से निकलने के बाद सिद्धू मूसेवाला दो अन्य लोगों के साथ एक कार में यात्रा कर रहे थे कि तभी दो कारों ने उनको घेर लिया और फ़ाइरिंग शुरू कर दी लगभग 30 राउंड फायर की गयी थी पोस्ट मोरतम के अनुसार 20+ से ज्यादा गोली शरीर के आर पार हुई थी , जब उनको गोलीया लगी उसके बाद स्थानीय लोगो द्वारा उनको हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया। इसके पहले सिद्धू मूसेवाला के पास 4 कमांडो थे उनमे से आप पार्टी के मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले 2 कमांडो कम कर दिये थे और बाकी के 2 कमांडो भी उनके साथ घटना स्थल पर उपस्थित नहीं थे और सिद्धू मूसेवाला उस दिन बुलेट प्रूफ गाड़ी भी नहीं ले गए थे इसको किसकी लापरवाही मनी जाए सरकार की या सिद्धू मूसेवालाकी ?
पंजाब सरकार ने शनिवार को सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा वापस ले ली। मुख्यमंत्री भगवंत माने ने शनिवार को कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए मुसेवाला समेत 424 वीआईपी की सुरक्षा कर रहे सुरक्षाकर्मियों को तत्काल प्रभाव से हटा लिया था ।
शुभदीप सिंह सिद्धू को पंजाबी गायक के रूप में सिद्धू मूसेवाला के नाम से जाना जाता था। वह पिछले साल ही नवंबर में कांग्रेस में शामिल हुए और मानसा से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन आम आदमी पार्टी के डॉ. विजय सिंगला ने उन्हें हराया था। सिंगला मान सरकार में मंत्री थे और हाल ही में उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में हटा दिया गया है।